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समसमायिक
मोबाइल इंटरनेट की दुनिया: यूजर्स की बढ़ती संख्या और रिचार्ज पैक का बढ़ता बोझ
मोबाइल इंटरनेट की दुनिया: यूजर्स की बढ़ती संख्या और रिचार्ज पैक का बढ़ता बोझ भारतीय उपभोक्ता का इंटरनेट प्रेम किसी से छुपा नहीं है। देश में मोबाइल इंटरनेट यूजर्स की…
तकनीकी
हिन्दी कविता, छंद, ग़ज़ल
समसमायिक कविता: मुखौटा
उनके चेहरे पर
महीन मुख श्रृंगारक लेप सा,
भावों और विचार का
है अदृश्य मुखौटा
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हिन्दी कहानी
कहानी – बेटा तू अनाथ नहीं है रे-डॉ.अशोक आकाश
शारदा मेम सेवाभावी,मृदुभाषी, मिलनसार और दयालू महिला थी। रोज सुबह से शाम तक उनकी दिनचर्या व्यवस्थित रहती। कॉलोनी के लोगों में उनके प्रति सम्मान भाव था । दुनिया में ऐसे…
कहानी: मृत्यु की प्रतिक्षा सूची
कहानी: मृत्यु की प्रतिक्षा सूची -रमेश चौहान छत्तीसगढ़ के राजधानी रायपुर का मेकाहारा हॉस्पिटल निर्धन और मध्यम वर्गीय परिवार के लिए जीवन रेखा है । यहां समूचे छत्तीसगढ़ के अतरिक्त…
हिन्दी साहित्यिक आलेख
राज भाषा हिन्दी राष्ट्र भाषा न बन सकी, क्यो ?
आजादी के इतने दिनो बाद भी राज भाषा हिन्दी राष्ट्र भाषा न बन सकी, क्यो ? रवींद्र – रतन आजादी के इतने वर्षो बाद भी हिन्दी राज भाषा नहीं बनी…
छत्तीसगढ़ी कविता, छंद, ग़ज़ल
छत्तीसगढ़ी म भागवत कथा भाग-7.नारदजी द्वारा व्यास के असंतोष मिटाना अउ श्रीमद्भागवत पुराण के रचना
‘छत्तीसगढ़ी म भागवत कथा’ एक महाकाव्य के रूप म लिखे जात हे ऐला धीरे-धीरे कई भाग म प्रकाशित करे जाही । एला श्रीमद्भागवत अउ सुखसागर आधार ग्रंथ ले के छत्तीसगढ़ी…
छत्तीसगढ़ी म भागवत कथा भाग-6.परिक्षित के गर्भ मा रक्षा
‘छत्तीसगढ़ी म भागवत कथा’ एक महाकाव्य के रूप म लिखे जात हे ऐला धीरे-धीरे कई भाग म प्रकाशित करे जाही । एला श्रीमद्भागवत अउ सुखसागर आधार ग्रंथ ले के छत्तीसगढ़ी…
छत्तीसगढ़ी कहानी
छत्तीसगढ़ी कहानी:रज्जू
मैनखे अपन उमर के अलग- अलग पड़ाव में उतार-चढ़ाव भरे जिनगी जीथे। सुख-दुख, दिन-रात, बारिश, जाड़, घाम, भूख-पियास सहत जीवन के रद्दा में सबे जीव ला रेंगे ला पड़थे। दुनिया के सबे परानी जीवन में सुख पाथे त कभू दुख के खाई में तको गिर परथे, फेर जेन सम्हल के रेंगे के कोशिश करथे ओकर सब्बेच सपना जरूर पूरा होथे।
छत्तीसगढ़ी साहित्यिक आलेख
छत्तीसगढ़ के लोक जीवन म कबीर
छत्तीसगढ़िया मनखे के नस नस म कबीर समाय हवय कइहँव त ये बात अतिशंयोक्ति नइ होही। जिहाँ छत्तीसगढ़ मा कबीरपंथ के लाखों अनुयायी हो उँहा कबीर के लोकप्रियता के अंदाजा आप अइसने लगा सकथव। कबीर के दोहा, साखी, सबद रमैनी, निर्गुण भजन, उलटबासी छत्तीसगढ़ म सैकड़ों बछर ले अनवरत प्रवाहित हे।