10 most dangerous virus-
आज कोरोना काल में पूरे विश्व में वायरस शब्द ट्रेन कर रहा है । ये वायरस मतलब विषाणु क्या है ? इसकी खोज कैसे हुई ? इनसे कौन-कौन से रोग हो सकते हैं ? अभी तक सबसे खतरनाका वायरस कौन-कौन (दुनिया में अब तक के 10 सबसे खतरनाक वायरस 10 most dangerous virus)
से हुये ? इनसे बचने के कौन-कौन से उपाय किये जा सकते हैं ? इस पर विचार करना आवश्यक है ।
वायरस क्या है ? what is virus
पूरे विश्व में आज बच्चा-बच्चा वायरस शब्द से परिचित है । किन्तु वास्तव में वायरस होता क्या हैं अधिकांश लोग नहीं जानते । विषाणु का अंग्रेजी शब्द वाइरस का शाब्दिक अर्थ विष होता है। विषाणु विज्ञान के अनुसार – ‘विषाणु (virus), अकोशिकीय अतिसूक्ष्म जीव हैं जो केवल जीवित कोशिका में ही वंश वृद्धि कर सकते हैं। ये नाभिकीय अम्ल और प्रोटीन से मिलकर गठित होते हैं, शरीर के बाहर तो ये मृत-समान होते हैं परंतु शरीर के अंदर जीवित हो जाते हैं।’
वायरस की खोज कैसे हुई ?
विषाणु विज्ञान के इतिहास के अनुसार सर्वप्रथम सन १७९६ में डाक्टर एडवर्ड जेनर ने पता लगाया कि चेचक, विषाणु के कारण होता है। उन्होंने चेचक के टीके का आविष्कार भी किया। इसके बाद सन १८८६ में एडोल्फ मेयर ने बताया कि तम्बाकू में मोजेक रोग एक विशेष प्रकार के वाइरस के द्वारा होता है। रूसी वनस्पति शास्त्री इवानोवस्की ने भी १८९२ में तम्बाकू में होने वाले मोजेक रोग का अध्ययन करते समय विषाणु के अस्तित्व का पता लगाया। बेजेर्निक और बोर ने भी तम्बाकू के पत्ते पर इसका प्रभाव देखा और उसका नाम टोबेको मोजेक रखा।
वायरस कौन-कौन से रोग हो सकते हैं ?
कोराना वायरस के प्रकोप से पीडि़त लोग यह अनुभव कर रहे हैं कि वायरस कितना खतरनाक होता है । वायरस से होने वाले प्रमुख रोगों में रेबीज, खसरा, हर्पिस, मेनिनजाइटिस, हिपैटाइटिस, ट्रकोमा, पोलियो, एडस, चेचक, छोटी माता, डेंगू ज्वर, गलसोध एवं इनफ्लूएंजा है ।
सबसे खतरनाका वायरस कौन-कौन से हुये ? (दुनिया में अब तक के 10 सबसे खतरनाक वायरस 10 most dangerous virus)
दुनिया में करीब 3 लाख 20 हजार तरह के वायरस हैं, जो मेमल्स को इंफेक्ट कर सकते हैं। मेमल्स यानी स्तनधारी जीव। यानी जो अंडा नहीं देते बल्कि बच्चे को जन्म देते हैं। इनमें से सबसे खतरनाक वायरस हर साल दुनियाभर में लगभग डेढ़ करोड़ लोगों की जान ले लेते हैं। (दुनिया में अब तक के 10 सबसे खतरनाक वायरस 10 most dangerous virus)
दुनिया में अब तक के 10 सबसे खतरनाक वायरस- (10 most dangerous virus)
1-रोटा वायरस (Rota Virus)-
रोटा वायरस को चाइल्ड किलर वायरस भी बोला जाता है। ये करीब दुनियाभर में हर साल 5 लाख बच्चों की जान लेता है। यह नवजात बच्चों और 6 से 8 साल के बच्चो में घातक डायरिया फैलाता है। जिससे कई बार बच्चों की जान तक चली जाती है।
2-चेचक (Small Pox)
दूसरे किसी भी वायरस की तुलना में चेचक दुनिया के सबसे अधिक लोगों की जान (30 से 50 करोड़ मौत) ले चुका है। क्योंकि इस वायरस का R0 (इसे R-naught पढ़ा जाता है) यानी रिप्रोडक्शन नंबर 3.5 से 6 के बीच में होता है। यानी इस वायरस से संक्रमित एक व्यक्ति 3 से 6 लोगों को संक्रमित कर सकता है। इसका फैटेलिटी रेड 90 प्रतिशत होता है। हालांकि वैक्सिनेशन के जरिए इस वायरस को अब दुनिया से पूरी तरह खत्म कर दिया गया है।
3-मीजल्स (Measles)-
मीजल्स को आम भाषा में खसरा को रोग कहा जाता है। पिछले 150 साल में यह करीब 20 करोड़ लोगों की जान ले चुका है। पुराने रेकॉर्ड्स के हिसाब से यह हर साल करीब 2 लाख लोगों की जान लेता था। हालांकि अब वैक्सिनेशन के जरिए इस वायरस को कंट्रोल कर लिया गया है। लेकिन खसरा के मामले में सबसे बुरी बात यह है कि इस वायरस से संक्रमित एक व्यक्ति 12 से 18 लोगों को संक्रमित कर सकता है।
4-डेंगू (Dengue)-
डेंगू वायरस मच्छरों के काटने से फैलता है। ये वायरस दुनिया की 110 देशों में पाया है और हर साल करीब 10 करोड़ लोगों को इंफेक्ट करता है, जिनमें से करीब 20 हजार लोगों की मौत हो जाती है। जिन लोगों को यह वायरस दोबारा जकड़ लेता है, वे अक्सर गंभीर स्थिति में पहुंच जाते हैं।
5-पीत ज्वर (Yellow Fever)-
जब किसी व्यक्ति में येलो फीवर की स्थिति बहुत अधिक गंभीर होती है तो उसकी नाक, आंख, मुंह और पेट से खून आने लगता है। इस स्थिति में पहुंचने वाले मरीजों में से करीब 50 प्रतिशत लोगों को 7 से 10 दिन के अंदर ही अपनी जान से हाथ धोना पड़ता है। आज भी येलो फीवर दुनियाभर में करीब 2 लाख लोगों को इंफेक्ट करता है और करीब 30 हजार लोगों की जान लेता है।
6-फ्लू (Flu or Influenza)-
फ्लू के कारण दुनियाभर हर साल करीब 5 लाख लोगों की जान चली जाती है। सबसे खतरनाक फ्लू पैंडेमिक (पैंडेमिक उस बीमारी को कहते हैं जो दुनिया के बड़े हिस्से को अपनी गिरफ्त में ले लेती है।) में स्पेनिश फ्लू ने 5 से 10 करोड़ लोगों की जान ली। यह अब तक का सबसे खतरनाक फ्लू पैंडेमिक माना जाता है।
7-रेबीज (Rabies)-
रेबीज को पुराने वक्त से ही एक बहुत अधिक खतरनाक बीमारी माना जाता रहा है। रेबीज की बीमारी चमगादड़ या कुत्ते के काटने या नाखून गड़ाने से भी हो सकती है। इस बीमारी से दुनियाभर में हर साल 60 हजार लोगों की मौत हो जाती है। इनमें से अधिकतर मौतें अफ्रीका और सदन एशिया में होती हैं।
8-हेपेटाइटिस-बी ऐंड सी (Hepatitis-B&C)-
हेपेटाइटिस-बी हर साल करीब 7 लाख लोगों की जान ले लेती है। वर्तमान में यह सबसे खतरनाक बीमारियों में गिनी जाती है। यह लीवर पर सबसे पहले अटैक करती है, जिससे लीवर कैंसर या लीवर डैमेज हो जाता है। इस बीमारी में होनेवाला लीवर डैमेज पर्मानेंट होता है, जिसे इलाज से ठीक नहीं किया जा सकता। हेपेटाइटिस-सी से दुनिया में हर साल करीब साढ़े तीन लाख लोगों की डेथ हो जाती है।
9-इबोला और मारबर्ग वायरस (Ebola and Marburg Virus)-
इबोला और मारबर्ग वायरस आज की दुनिया के सबसे खतरनाक वायरस में शामिल हैं। क्योंकि इनका अभी तक कोई पुख्ता इलाज या वैक्सीन इजात नहीं किया जा सका है। वायरस का नाम जर्मनी के मारबुर्ग शहर पर पड़ा जहां 1967 में इसके सबसे ज्यादा मामले देखे गए थे. 90 फीसदी मामलों में मारबुर्ग के शिकार मरीजों की मौत हो जाती है. जबकि इन वायरस का फैटेलिटी रेट 90 प्रतिशत तक है। इन दोनों वायरस के लक्षण लगभग एक जैसे होते हैं। इनसे संक्रमित होने के बाद व्यक्ति को हैमरेजिक फीवर, ऑर्गन फेलियर जैसी समस्याएं हो जाती है।
10-एचआईवी एड्स (HIV)-
एक्सपर्स्ट्स के अनुसार, वर्तमान समय में दुनियाभर में करीब 4 करोड़ लोग HIV वायरस से पीड़ित हैं। एक अनुमान के मुताबिक, पिछले 30 साल से हर साल करीब 20 लाख लोग इस बीमारी के कारण अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं। अब तक करीब ढाई करोड़ लोग इस बीमारी के कारण मर चुके हैं।
कोरोना वायरस corona virus-
इस वक्त पूरी दुनिया कोरोना के खौफ में है. लेकिन मृत्यु दर के हिसाब से देखा जाए तो और भी कई वायरस हैं जो कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक हैं । इनमें प्रमुख है-मारबुर्ग वायरस जिसे दुनिया का सबसे खतरनाक वायरस कहा जाता है । इस वायरस का नाम जर्मनी के मारबुर्ग शहर पर पड़ा जहां 1967 में इसके सबसे ज्यादा मामले देखे गए थे. 90 फीसदी मामलों में मारबुर्ग के शिकार मरीजों की मौत हो जाती है । जबकि कोरोना अभी तक देखें तो मृत्यु दर 20 प्रतिशत से अधिक नहीं है ।
वायरस से बचने के कौन-कौन से उपाय किये जा सकते हैं ?
वायरस जो मुख्य रूप से किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है. संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने पर उसके मुंह और नाक से गिरने वाली बूंदों के जरिए यह रोग दूसरों में फैलता है अतः इसका रोकथाम करना ही इसका सर्वोत्तम उपाय है जिसके सोशडिस्टिेंअ ज्यादा कारगर है ।
हमारा यह प्रयास कि 10 most dangerous virus को हम आपको समझा पाये कि नहीं नीचे कमेण्ट पर अपने विचार अवश्य लिखें।
-रमेश चौहान
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