बालोद के विश्व विख्यात अजीमोशान शायर- सलीम अहमद जख्मी बालोदवी

मोम जैसा दिल नहीं ,पत्थर कलेजा भी नहीं।आदमी हूँ आदमी जैसा फरिश्ता भी नहीं।।देख कर तस्वीर…

भूखे भजन न होय गोपाला: एक लघु व्यंग्य आलेख-प्रोफेसर अर्जुन दूबे

पहले भोजन का प्रबंध करो, तब ईश्वर की बात करो। You can’t talk of God to…