अडबड सुरता आही मुकुंद कौशल
Category: छत्तीसगढ़ी साहित्य
छत्तीसगढ़ी साहित्य (chatisgarhi-sahitay) के अंतर्गत छत्तीसगढ़ी साहित्य के प्रमुख साहित्य विधायों, लोकविधाओं पर रचनायें प्रकाशित की जा रही है । इस केटेगरी के अंतर्गत छत्तीसगढ़ी साहित्य के कहिनि, आलेख, तुकांत कविता, अतुकांत कविता, नवगीत, छंद, गजल, मुक्तक आदि के साथ ही लोक विधा जसगीत, फाग, ददरिया, करमा आदि के गीत और आलेख प्रकाशित किये जा रहे हैंं।
छत्तीसगढ़ी म भागवत कथा भाग-5. व्यास जी के असंतोष दूर होना
(तोमर छंद) आसन सुग्हर बिछाय । नारदजी ल बइठाय वेद व्यास धरत ध्यान । पूजय सब…
छत्तीसगढ़ी म भागवत कथा भाग-4. व्यासजी ल असंतोष होना
अध्याय-4. व्यासजी ला असंतोष होना (भव छंद) द्वापर के बात हे । सूतजी बतात हे सत्यवती…
छत्तीसगढ़ी म भागवत कथा भाग-3 भगवान के चौबीस अवतार कथा
भगवान के चौबीस अवतार (शिव छंद) जेन कुछु सरूप हे । श्रीहरिमय रूप हे रूप घात…
छत्तीसगढ़ी म भागवत कथा भाग-2 ब्रम्हाजी के उत्पत्ति के कथा
ब्रम्हाजी के उत्पत्ती (अहीर छंद) जड़ चेतन सब रूप । एक श्याम हर भूप सुनय सबो…
छत्तीसगढ़ी म भागवत कथा भाग-1. मंगलाचरण, कथा आरंभ
'छत्तीसगढ़ी म भागवत कथा' एक महाकाव्य के रूप म लिखे जात हे ऐला धीरे-धीरे कई भाग…
बालगीत-स्कूल बलावत हे
बालगीत टन-टन घंटी बाजत हे। चल-चल, स्कूल बलावत हे। पढ़ई-लिखई जिनगी हे। सार बात समझावत हे।
छत्तीसगढ़ के लोक जीवन म कबीर
छत्तीसगढ़िया मनखे के नस नस म कबीर समाय हवय कइहँव त ये बात अतिशंयोक्ति नइ होही।…
बाल गीत- नानी के घर जाबो (सार छंद)
छुट्टी होगे गरमी के अब, नानी के घर जाबो। पढ़ना-लिखना छोड़ अभी हम, नँगते मजा उड़ाबो।।
छत्तीसगढ़ी कहानी:रज्जू
मैनखे अपन उमर के अलग- अलग पड़ाव में उतार-चढ़ाव भरे जिनगी जीथे। सुख-दुख, दिन-रात, बारिश, जाड़,…