अड़बड़ सुरता आही मुकुंद कौशल …

अडबड सुरता आही मुकुंद कौशल

छत्तीसगढ़ के लोक जीवन म कबीर

छत्तीसगढ़िया मनखे के नस नस म कबीर समाय हवय कइहँव त ये बात अतिशंयोक्ति नइ होही।…

छत्‍तीसगढ़ी व्यंग्य-‘चलव, हड़ताल करथन’

बिहनिया-बिहनिया गृहलक्ष्मी थैली म धावा बोल दिस। गृहलक्ष्मी तो अइसे होथे कि कपड़ा धोते-धोवत थैली ल…

नंदागे बरवट संस्कृति-सुधा वर्मा

आज बरवट नंदागे त बहुत अकन संस्कृति नंदागे। हर घर में एक बरवट राहय याने खुल्ला…

हरेली त्यौहार पर निबंध

छत्‍तीसगढ़ संस्‍कृति में त्‍यौहारों, पर्वो का विशेष महत्‍व है । इन त्‍यौहारों के क्रम में पहला…

छत्तीसगढ़ी व्याकरण : लिंग- डाॅ विनोद कुमार वर्मा

'संज्ञा के जेन रूप ले पुरूष या स्त्री जाति के बोध होथे, ओला लिंग कहिथें।'छत्तीसगढ़ी म…

छत्तीसगढ़ के लोक जीवन म कबीर-अजय अमृतांशु

छत्तीसगढ़िया मन के नस नस म कबीर समाय हवय कइहँव त ये बात अतिशंयोक्ति नइ होही।…

छत्तीसगढ़ी व्याकरण : वचन-डाॅ. विनोद कुमार वर्मा

ए आलेख म हमन देखबो के छत्‍तीसगढ़ी वचन काला कहिथे , एक वचन शब्‍द ले बहुवचन…

छत्तीसगढ़ी व्याकरण : काल-डॉ. विनोद कुमार वर्मा

कोनो भी भाषा के व्याकरण म काल के बहुत महत्व होथे काबर कि एकर ले समय…

जनजातीय कविता भाषा और संस्कृति-डुमन लाल ध्रुव

किसी भी देश या प्रदेश के जनजातीय कविता को समझने के लिए उस देश की उस…