स्वास्थ्य-धन-
सब धन,रुपया,पइसा,जमीन, जायदाद, अउ सम्पत्ति ले कई गुना बड़े शरीर के “स्वास्थ्य -धन” ह होथे।तबियत हरियर रहिथे त सबो काम ह सधाथे।बेद – पुरान, म तको इही बात ल कहे हे। अंग्रेजी म कहिथे न “Helth is wealth”, सिरतोन गोठ हरय। जबतक काया सँजोर रहिथे त जिनगी के गाड़ी ह धकापेल चलत रहिथे । शरीर ह मनखे के सबले बड़े साधन होथे।जेकर स्वस्थ अउ पोठ रहना खच्चित जरूरी हावय।
2020 करिया-बछर-
सब झन जानत हावन ए साल 2020 ह हमर पूरा दुनिया बर “करिया- बछर” साबित होइस। ए साल कोरोना नाँव के महामारी करिया डोमी ह अपन बिख ल गाँव- गाँव अउ शहर – शहर मा फैलावत हे। लाखो मनखे मन ह मरगे। कतको झन संक्रमित अउ कतको करोड़ आदमी मन के घर अनाथ होगे। ए बीमारी दिन – ब- दिन बढ़ते जात हे। अउ अतका की का बतांव। मैं अउ मोर परिवार , ए जीवलेवा बियाधी ल भोगे हन। जेकर पीरा ल मैं अपन बानी म बतावत हँव।
शुरूवाती लक्षण-
बबा ल जब बुखार होइस-
थानखम्हरिया क्षेत्र म बहुत गाँव आ जथे।थान खम्हरिया म आए दिन कोरोना के 10 – 12 मरीज मिलत हे। मोर गाँव तोरन मा, हमर ठेला हावय,जेमा हमन किराना समान बेचथन।मोर बबा ह 20 साल ले चलावत हे। ओहा अपन समान के खरीदी करे बर एक दिन के आड़ म खम्हरिया जाथे।शहर के सेती खम्हरिया मा कतको मनखे के आवाजाही रहिथे।दिनांक 18/11/2020 के हमर बबा ल बुखार धरिस। ओहा उहीं हालत म खम्हरिया चल दिस।वापस आइस त मैं,मोर कका,काकी अउ मोर छोटे बहिनी सबो झन कहेन कि बबा तै अपन टेस्ट करवा लें,जाके गुवारा सरकारी अस्पताल मा,जर ह कोरोना के पहिली निसानी हरय। मोर बबा त खुद 40 साल से झोलाछाप डॉक्टरी करे हे।ओहा हमर मन के बात ल मूड के भार पेलत रिहिस।कहय,मोला कोरोना कभू नई हो सकय।जादा जोर करन त बबा ह भड़क जावय। अब ओला कोन समझावय ।
महु ल जब बुखार होगे-
दूसर दिन मोला बुखार धर लिस।मोर शरीर लकलक ले तप गे रहय।दिन भर सोए रहेव।मोर बबा हा मोर दवई पानी करिस। अब घर वाले मन हा बबा ल जाँच करें बर नंगत जोर दिस। घर के लइका ल जर बुखार धरे हावय, अउ सियान होके चेक तको नई करवात हस,,अइसे बोले लग गे,सबोझन।मोरो बुखार ह एक दिन म बने होगे। अब 21/11/20 दिन शनिवार के बबा ह फेर किराना समान बर खम्हरिया गिस। वापसी म आवत – आवत ओहा कोरोना टेस्ट करवा लिस, अउ आगे। जब ओहा दुकान आइस त मोला बताइस की मोर रिपोर्ट निगेटिव आइस। मैं खुश होएंव । बबा ह समान ल दुकान म रखके घर चल दिस । मैं दुकान मा बइठे रहेंव। थोरकुन देर मा मोर पापा, श्री रामकृष्ण पटेल, दुकान आथे। मोला कहिथे बाबू(मलतब मोर बबा) के रिपोर्ट ह पॉजिटिव आ गे हे। दरअसल डॉक्टर ह बबा ल सियान होगे कही के नई बताइस । हमर पहचान के हरय तेकर सेती पापा ल फ़ोन करके बताइस । जब मैं सुनेंव की बबा ल कोरोना हे, मैं सन्न खा गेंव। टोटा सुखाए ल धरलिस।दुकान ल बंद करके हमन घर आएंन। मोर छोट बबा श्री थानेश्वर पटेल ह मोर बबा श्री बन्धुराम पटेल जी ल कलेचुप बताइस कि भइया तोला कोरोना पॉजीटिव निकल गे हे । मोर बबा के मुहुँ उतर गे। हमर छोट बबा के बड़े जकन घर हे, उंहे घर ले दुरिहा म एक ठन गोदाम कुरिया हावय। उंहे मोर बबा ल आइसोलेशन करे गिस।
होम आइसोलेशन के कंझट-
मोला सब झन शक के घेरा मा रखे रिहिस।काबर मही ह बबा के जादा तीर म रहेंव।मोला बुखार तक धरे रिहिस। महुँ ह घर वाले मन से अलग बिलग रहे ल धर लेंव। दूसर दिन बाबू के जम्मों रिपोर्ट ल साजा के कंट्रोल रूम म भेजना रिहिस। बहुत अकन बुता रहिथे होम आइसोलेशन के। रोगी के फार्म भराथे। ओकर 17 दिन के रिपोर्ट ल भेजे ल परथे। संग मा रोगी के मास्क लगे फोटू, ऑक्सीमीटर, थरमामीटर, दवई , मास्क, ब्लीचिंग पाउडर, हैंड सेनेटाइजर, अउ जेन कुरिया म ओहा रहिथे ओकर 15 सेकंड के वीडियो क्लिप बनाके भेजे ल परथे।
कोरोना टेस्ट-
आज हमर घर वाले मन ल चेक करे बर साजा ले वाहन आइस।हमर घर मा सबले जादा संक्रमित रहेंव।सब सोचय महि बस पॉजिटिव निकलहुँ।अब सबके चेक होइस। मैं बता दे थंव, कोरोना के दु परकार के टेस्ट होथे-
- एंटीजेन टेस्ट या रैपिड टेस्ट (नाक से टेस्ट)
- NTPCR टेस्ट (गला के टेस्ट)
नाक वाले टेस्ट एंटीजन टेस्ट के रिपोर्ट जल्दी आ जथे, अउ गला वाले टेस्ट NTPCR टेस्ट के रिपोर्ट ह दू दिन बाद आथे।
कोरोना टेस्ट
कोरोना टेस्ट के रिपोर्ट-
जाँच के रिपोर्ट आइस। फेर मोला तो पॉजीटिव नई निकलिस फेर मोर बहिनी पुष्पांजलि ल पॉजिटिव निकल गे। तँहाले उहुँ ल आइसोलेशन म लाय गिस। घर के बाकी मन मा, मोर दाई, पापा, माँ, कका, काकी, समृद्धि(मोर कका के बेटी) इंखर रिपोर्ट घलो निगेटिव आइस। चूंकि मै ह शक के घेरा म रहेंव। तेकर सेती मोर गला के जाँच कराए बर गुवारा अस्पताल ले के गिस। मोला मोर कका श्री रामनारायण पटेल ह लेगीस।व हाँ मोर गला के जाँच होइस। उहां खम्हरिया के एके परिवार के 7 झन पॉजिटिव निकलिस। खम्हरिया म ए हा तो आगी बरोबर फैलत हावय। फेर मोर टेस्ट के रिपोर्ट ह दु दिन बाद आने वाला रिहिस।
कोरोना के लक्षण-
मैं ह जेन अनुभव करेव ओ हिसाब से कोरोना के निसानी खाल्हे लिखत हँव –
- सुक्खा खाँसी घेरी- भेरी आथे।
- टोटा ह रुंधे बरोबर लगथे।
- सुवाद अउ ममहाना बंद हो जथे। भात – साग खाबे त सुवाद नई आवय।
- हाथ- गोड के अंगरी मन के रंग बदल जथे।
- साँस ल जादा बेर रोके नई जा सकय।
- देह ह जल्दी कुन थक जथे,अउ हरारत लगथे।
मोर कोराना रिपोर्ट आइस-
ए सबो लक्षण ह मोर मा रिहिस हावय।पहिली दिन तो मोर नींदे नई परिस,डर के मारे। साँस फ़ूलय, खाँसी आवय। लगत रिहिस राते कन मर जाहूं का? भारी हरारत। घर वाले सबो झन चिन्तित रहय। सबके तबियत तो बने रिहिस फेर सबके धियान लगे रहिथे। दू दिन बाद मोर रिपोर्ट आ गे, अउ रिपोर्ट पॉजिटिव आइस। भारी दुःखद। मन ह उदास होगे। अब महुँ ह मोर बबा वाले कुरिया म एक कोंटा म खटिया दसा के सूत गेंव। मोला मोर हालत खराब लगत रिहिस। 25/11/20 के मोर रिपोर्ट आइस । मोला 17 दिन तक आइसोलेशन म रहना रिहिस।
कोरोना के दवाई-
अब सरकारी दवई चालू होइस,,मुख्य रूप से मैं ह दवई के नाँव बतावत हँव-
- क्लोरोपिन
- एरेथ्रोमाइसिन
- एस्कार्बिक एसिड
- सीट्रीजिन
- निरोबियान
- झींक क्लोराइड
अतका दवई ल 5 दिन ले खाए बर परथे। दिन म 8 ठन गोली खाए बर परथे।
कोरोना के दवई
आइसोलेशन के बेरा-
अइसे बेरा म प्रदेश के नामी ओज कवि भइया सुनील शर्मा “नील” ह मोर तबियत ल घेरी-भेरी पूछय अउ मोर बर सुंदर कांड के पाठ करिस। हमर *आरुग-चौरा* के सम्पादक गुरुजी *ईश्वर साहू “आरुग”* जी ल फोन लगाएंव। गुरुजी ह मोर उत्साह ल बढाईस अउ तबियत के खयाल रखें बर किहिस। गुरुजी ह किहिस “ए बेरा के सदुपयोग कर ले,अपन अनुभव ल छत्तीसगढ़ी म लिख, हम एला आरुग चौरा म जघा देबो । मोर मन म नवा तरंग उठगे अउ मैं ह अपन अनुभव लिखे बर चालू कर देंव। ए समय मा मोर बर नवा जिओ सिम अउ मोर बहिनी बर नवा मोबाइल लेवा गे। मैं ह अपन बबा ल फोन से रोज प्रवचन सुनाव। ए समय म मैं रामायन के शानदार टीका करैया परम् पूज्य राजेश्वरानंद जी के प्रवचन सुनेंव। अइसे बेरा म माहौल ह आध्यात्मिक होना चाही।
कोरोना ले बचाव के उपाय-
एक – दू -तीन दिन म मोर तबियत मा सुधार होइस।दवई अउ सबोझन के प्रार्थना ह काम करिस।तबियत म सुधार होय ल धर लिस।हम जेकर घर म रहेन, हमर चाचा श्री योगेश पटेल ह हमर बहुत खयाल रखिस, हमर छोटे बबा ह दिन रात हमर बर लगे रिहिस,अउ हमर दाई घलो।बिपदा म परिवार के कीमत ह पता चलथे।स्वास्थ्य म सुधार होय ल धरिस। मोर हिसाब से हमन ला खाल्हे लिखाय बात म सावधानी रखना चाही :-
- मन ले डर ल बिलकुल निकाल दव। डरे के बाते नोहय।
- कुछु चीज ल छुए हन त ओ ओला सेनेटाइज करन।
- जादा जघा ल घेरना नई चाही।
- भोजन,के पहली साबुन से हाथ धोना चाही,नहाए बर घलो साबुन लगाना चाही।
- गरम पानी,गरम चाय,लाल चाहा पीना चाही ।
- गरम भोजन,गरम कपड़ा के उपयोग करना चाही ।
- बिहिनिया ले उठ के सूर्य के प्रकाश म योगासन,प्राणायम जइसे अनुलोम – विलोम, कपालभाति,भ्रामरी,सर्वांगसमासन,हलासन,शवासन करना चाही।
- शौच के बाद, शौचालय म ब्लीचिंग पाउडर के छिड़काव करना चाही।
कोरोना ले घर म भारी संकट –
मोर पापा श्री रामकृष्ण पटेल, बिचारा सब डाहर ले अकेला होगे रहय।काबर अब मोर कका श्री रामनारायण ल घलो बुखार धरिस,चाचा ह तको संक्रमित होगे रहय। जेन हमर परिवार के मजबूत आधार हरय। कका ह काकी अउ छोटे बहिनी मन ल धर के अपन मईके चलदिस। छोटे बहिनी मन ल खतरा ज्यादा रिहिस।कका ह अपन कुरिया म आइसोलेट होगे। घर म भारी संकट आगे।सबो कोती ले फँस गेन। एक तो खेती खार,धान – पान के बेरा अउ घर के चार मनखे कोरोना ग्रस्त। मोर पापा अउ माँ ह हमर दोनों जुवर के खाना पीना,चाय बिस्कुट,फल फूल के बेवस्था करय। कका के तकलीफ ए रिहिस हे कि ओकर लइका मन ल कुछु झन होवय संग म मोर दाई के तबियत घलो खराब रहय।खैर भगवान के दया से कुछु नई होइस उ मन ला। ए समय म मैं ह साहित्यक गतिविधि म लग गेंव।रोज एक दोहा अउ दु दिन म एक मुक्तक लिखे ल धरेंव।
आखिरी म हमर घर ह कोरोना के बला ले छुटीस-
14 दिन बाद मोर बबा ह पूरा स्वस्थ होगे।ओहा अब घर चल दिस,।फेर मोर कका रामनारायण जी ह जब चेक कराइस त ओखर पॉजिटिव निकलिस।बबा के घर जाए के बाद कका ह ओखर जघा म आगे।इही बीच म कुछ परिवारिल संकट भी आइस।सबझन परेशान रहेन।फेर दुःख के बाद सुख के बेरा तको आथे।दिनांक-07/11/20 को मोर बहिनी अउ बबा के फेर जाँच होइस त रिपोर्ट निगेटिव आइस।ओखर तीन दिन बाद हमर,मोर अउ मोर कका के रिपोर्ट घलो निगेटिव आगे। आखिरी म हमर घर ह कोरोना के बला ले छुटीस। मन म भारी खुसी होइस। फेर हमर गाँव मा 5 अउ नवा केस निकल गे हावय।
ए बेरा म मोर परिवार, के संग जतका झन ह मोर बने तबियत के प्रार्थना करीन मैं ह उंखर डंडा शरण परनाम करत हँव। अउ आप सबोझन ल चेतावत हँव कि अपना खियाल राखव अउ स्वस्थ रहव।
-हरीश पटेल "हर" ग्राम - तोरन, (थान खम्हरिया) बेमेतरा
मार्मिक संस्मरण।कोरोना ले जंग के जीवंत कहानी।
आपके अनंत अनंत आभार बड़े भइया जी