कोराेना वायरस से बचाव के सामान्य उपाय
कोराेना वायरस से बचाव के सामान्य उपाय
कोराेना वायरस-
WHO के अनुसार कोरोनवायरस वायरस (COVID-19) एक संक्रामक रोग है, जो एक नए खोजे गए कोरोनवायरस के कारण होता है। COVID-19 वायरस से संक्रमित अधिकांश लोगों को हल्के से मध्यम श्वास लेने में कठिनाई हो सकती है किन्तु विशेष उपचार के बिना ठीक हो जाएंगे। वृद्ध लोगों, और हृदय रोग, मधुमेह, पुरानी श्वसन बीमारी और कैंसर जैसी गंभीर रोगों से ग्रस्त लोगों में श्वसन की अधिक समस्या हो सकती है, जिसके विशेष उपचार की आवश्यकता हो सकती है ।
कोरोना संक्रमण के लक्षण-
WHO के अनुसार कोरोना के लक्षणों को तीन भागों में बांटा गया हैं-
समान्य लक्षण:
यह लक्षण अधिकांश संक्रमित लोगों में पाया जाता है । इसमें संक्रमित लोगों को बुखार, सूखी खॉंसी और थकान हो सकता है ।
असमान्य लक्षण:
यह लक्षण बहुत कम संक्रमित लोगों में दिखाई देता है । इसके अनुसार संक्रमित व्यक्तियों के शरीर में दर्द हो सकता है, गले में खराश हो सकता है, दस्त हो सकता है ऑंखों में मैल आ सकता है, सिर दर्द हो सकता, स्वाद और गंध अनुभव करने की शक्ति कमजोर हो सकती है और किसी किसी के त्वचा में दाने उभर सकते हैं ।
गंभीर लक्षण:
गंभीर लक्षण बहुत ही कम संक्रमित लोगों में दिखाई देता है इसमें मुख्य रूप से सांस लेने में कठिनाई होती है, सीने में दर्द हो सकता है और बोलने में दिक्कत हो सकती है ।
सावधानियां-
गंभीर लक्षण होने पर तत्काल डॉक्टर को दिखायें, इस स्थिति में डॉक्टरों के सलाह पर अस्पताल में दाखिल होना चाहिए । हल्के लक्षण वाले लोगों को घर पर रहकर चिकित्सा करना चाहिए । औसतन ये लक्षण दिखने में वायरस से संक्रमित होने में 5-6 दिन लगते हैं, हालांकि इसमें 14 दिन तक लग सकते हैं।
संक्रमण के फैलाव को रोकने के उपाय-
कोरोना COVID-19 वायरस के संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए यह जानना आवश्यक है कि, यह किस कारण से और कैसे फैलता है? COVID-19 वायरस मुख्य रूप से लार की बूंदों या नाक से तब फैलता है जब किसी संक्रमित व्यक्ति को खांसी या छींक आती है । इसलिए खांसते या छींकते समय विशेष सावधानी तबरतें ।,अपने हाथों को एल्कोहाल युक्त द्रव या साबुन से धोना चाहिए । अपने चेहरे को अनावश्यक छूने से बचना चाहिए ।
कोरोना COVID-19 वायरस के संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए यह उपाय किया चाहिए-
- अपने हाथों को नियमित रूप से साबुन या अल्कोहॉल युक्त द्रव से साफ करें ।
- खांसते या छींकते समय मुँह ढका होना चाहिए और दूसरे लोगों से बीच कम से कम 1 मीटर की दूरी बनाए रखें।
- खांसते या छींकते समय अपना मुंह और नाक ढक लें।
- अपने चेहरे को अनावश्यक छूने से बचें।
- धूम्रपान और फेफड़ों को कमजोर करने वाले पदार्थो के सेवन करने से बचें ।
- अनावश्यक रूप से घर से बाहर जाने से बचें । यदि जाना आवश्यक हो तो मास्क लगाकर ही जावें उसके बाद भी भीड़-भाड़ में जाने से बचें और किसी भी व्यक्ति से लगभग 6 फीट की दूरी बनायें रखने का भरसक प्रयास करें ।
COVID-19 के दौरान स्वयं की देखभाल के लिए आयुर्वेद निवारक उपाय-
भारत सरकार की आयुष मंत्रालय ने COVID-19 के दौरान स्वयं की देखभाल के लिए कुछ आयुर्वेदिक निवारक उपाय सुझायें जिससे इस संक्रमण से बचा जा सकता है । इसके अनुसार-
सामान्य उपाय-
- बार-बार गुनगुना पानी पीना चाहिए ।
- भोजन में घरेलू मसाले जैसे हल्दी, जीरा, धनिया, सौंठ और लहसून का प्रयोग किया जाना चाहिए ।
- ताजे आंवला फल या आंवला उत्पादों का सेवन करना चाहिए ।
- एक चुटकी हल्दी और एक चुटकी नमक मिलाकर गर्म पानी के साथ गरारे करना चाहिए।
- ताजा और सुपाच्य भोजन ही ग्रहण किया जाना चाहिए।
- प्रतिदिन कम से कम 30 मीनट योगासन, प्राणायाम और ध्यान का दैनिक अभ्यास करना चाहिए ।
- पर्याप्त नींद (7-8 घंटे) लें और दिन के समय की नींद से बचें।
इम्युनिटी बढ़ाने के आयुर्वेदिक उपाय-
विकल्प 1:
- 20 ग्राम च्यवनप्राश गुनगुना पानी के साथ का खाली पेट में सेवन किया जाना चाहिए ।
- 150 मिली गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी पाउडर मिलाकर दिन में एक या दो बार लेना चाहिए ।
विकल्प 2:
- गुडुची घनवटी 500 मिलीग्राम / अश्वगंधा गोली 500 मिलीग्राम प्रतिदिन दो बार लें भोजन के बाद गुनगुने पानी के साथ लिया जा सकता है।
- 150 मिली गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी पाउडर मिलाकर दिन में एक या दो बार लेना चाहिए ।
विकल्प -3:
- 3 ग्राम पाउडर से बने हर्बल चाय / काढ़े (कढ़ा) को पीएं । तुलसी -4 भाग, दालचीनी (दालचीनी) -2 भाग, सूखी अदरक -2 कालीमिर्च -1 भाग, 150 मिली पानी में उबल कर दिन में एक बार लिया जाना चाहिए ।
- 150 मिली गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी पाउडर मिलाकर दिन में एक या दो बार लेना चाहिए ।
कुछ सरल आयुर्वेदिक प्रक्रिया-
- नाक के दोनों नथुने पर सुबह और शाम तिल का तेल या नारियल का तेल या गाय का घी में से कोई लगाया जा सकता है ।
- ऑयल पुलिंग थेरेपी- 1 टेबल स्पून तिल का तेल या नारियल का तेल मुंह में लेकर 2 से 3 मिनट के लिए मुंह में घुमाओ और उसके बाद इसे थूक दें, ध्यान रखना है इसे पीना नहीं है, इसे 2 से 3 मिनट के लिए मुंह में घुमाने के बाद इसे थूक देना है । इसके बाद गर्म पानी से कुल्ला करना है । इस क्रिया को दिन में दो बार किया जा सकता है ।
सूखी खाँसी या गले में खराश होने पर उपाय-
- सादे पानी या ताजे पुदीना (पुदीना) या अजवाईन या कर्पूर का के साथ एक दिन में एक बार भाप से साँस लेना चाहिए ।
- गले में जलन होने पर लौंग या मुलेठी पाउडर को शहद या शक्कर के साथ मिला कर सकते हैं खांसी या के मामले में एक दिन में 2-3 बार लिया जाना चाहिए।
मानसिक स्थिति का शारीरिक स्थिति से बेहतर होना आवश्यक –
शारीररिक स्वास्थ्य से अधिक मानसिक स्वास्थ्य की महत्ता है क्योंकि मानसिक स्थिति अच्छी हो तो हल्के-फुलके शारीरिक तकलिफ से ऐसे ही बचा जा सकता है । इसलिए सबसे अधिक आवश्यकता आत्मबल की है । अपने आत्मबल को उच्च बनायें रखें । घबराने के बजाये उस डर का उपाय किया जाना चाहिए । सकारात्मक माहौल में स्वयं रहें एवं दूसरों को सकारात्मक माहौल देने में मदद करें । यह देखा जा रहा है कि डर के कारण ही बहुत लोग मारे जा रहे हैं । इसलिए आवश्यक है कि डर के माहौल को समाप्त करने का प्रयास किया जाना चाहिए । घबराहट होने पर अपने ऊपर ध्यान केन्द्रित करके कुछ सकारात्मक विचार मन में लाना चाहिए ।
फुटनोट –
World Health Organization https://www.who.int/
आयुष मंत्रालय, भारत सरकार https://main.ayush.gov.in/hi/
वर्तमान परिप्रेक्ष्य में कोरोना महामारी में सावधानी हेतु विशिष्ट आलेख हेतु हार्दिक बधाई