Sliding Message
Surta – 2018 से हिंदी और छत्तीसगढ़ी काव्य की अटूट धारा।

दोहागीत: आग लगी पेट्रोल पर-रमेश चौहान

दोहागीत: आग लगी पेट्रोल पर-रमेश चौहान

दोहागीत: आग लगी पेट्रोल पर

-रमेश चौहान

दोहागीत: आग लगी पेट्रोल पर-रमेश चौहान
दोहागीत: आग लगी पेट्रोल पर-रमेश चौहान

आग लगी पेट्रोल पर

कुण्‍डलियां- अँकुश व्‍यपारी पर नहीं

जनता मेरे देश का, दिखे विवश लाचार ।
अँकुश व्‍यपारी पर नहीं, सौ का लिए हजार ।।
सौ का लिए हजार, सभी लघु दीर्घ व्‍यपारी ।
लाभ नीति हो एक, देश में अब सरकारी ।।
कितना लागत मूल्‍य, बिक्री का कितना तेरे ।
ध्‍यान रखें सरकार, विवश हैं जनता मेरे ।।

दोहागीत: आग लगी पेट्रोल पर

आग लगी पेट्रोल पर, धधक रहा है देश ।
राज्य, केन्द्र सरकार को, तनिक नहीं है क्लेश ।।

मँहगाई छूये गगन, जमीदोज है आय ।
जनता अपनी पीर को, कैसे किसे बताय ।।
राज व्यपारी का दिखे, नेता भी अलकेश ।
आग लगी पेट्रोल पर, धधक रहा है देश ।
(अलकेश-कुबेर)

राज्य कहे है केन्द से, और केन्द्र तो राज्य ।
कंदुक के इस खेल का, केवल दिखे सम्राज्य ।।
इसका करें निदान अब, तज नाहक उपदेश ।
आग लगी पेट्रोल पर, धधक रहा है देश ।।

तिल-तिल है दिल जल रहा, जले रसोई गैस ।
खाद्य तेल सब्जी सभी, दिखा रहे हैं टैस ।।
मँहगाई के उत्पात से, जनता है निर्वेश ।
आग लगी पेट्रोल पर, धधक रहा है देश ।।

अटल अटल ना रह सका, उछले थे जब प्याज ।
मँहगाई के मूल्य का, बचा रहेगा ब्याज ।।
कर लो सोच विचार अब, हो जो आप प्रजेश ।
आग लगी पेट्रोल पर, धधक रहा है देश ।।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

अगर आपको ”सुरता:साहित्य की धरोहर” का काम पसंद आ रहा है तो हमें सपोर्ट करें,
आपका सहयोग हमारी रचनात्मकता को नया आयाम देगा।

☕ Support via BMC 📲 UPI से सपोर्ट

AMURT CRAFT

AmurtCraft, we celebrate the beauty of diverse art forms. Explore our exquisite range of embroidery and cloth art, where traditional techniques meet contemporary designs. Discover the intricate details of our engraving art and the precision of our laser cutting art, each showcasing a blend of skill and imagination.