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हिन्दी की प्रसिद्ध हाइकु कवयित्री डाॅ सुधा गुप्ता जी वर्ष 2009 में निकाले अपने सेन्रियू संग्रह “पानी माँगता देश” की भूमिका में “रूढ़ियों का आकाश” का जिक्र करते हुए हुए हिन्दी का प्रथम सेन्रियू संग्रह माना है । उक्त संग्रह में पहली बार सेन्रियू के संदर्भ में कवि के द्वारा विशद् व्याख्या व चर्चा की गयी है । हिन्दी में हाइकु एवं सेन्रियू के पृथक्कीकरण का प्रथम उद्घोष “रूढ़ियों के आकाश” संग्रह से होने के कारण यह पुस्तक हिन्दी हाइकु व सेन्रियू के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होती है ।
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Description
“रूढ़ियों का आकाश” वर्ष 2003 में माण्डवी प्रकाशन गाजियावाद (उ.प्र.) से प्रकाशित हिन्दी के सशक्त हाइकुकार छत्तीसगढ़ के युवा कवि प्रदीप कुमार दाश “दीपक” जी द्वारा रचित हिन्दी की महत्वपूर्ण सेन्रियू कृति है । संग्रह के सेन्रियू समाज में व्याप्त कुरीतियों और विसंगतियों के विरुद्ध कड़े प्रहार करते हैं । हिन्दी की प्रसिद्ध हाइकु कवयित्री डाॅ सुधा गुप्ता जी वर्ष 2009 में निकाले अपने सेन्रियू संग्रह “पानी माँगता देश” की भूमिका में “रूढ़ियों का आकाश” का जिक्र करते हुए हुए हिन्दी का प्रथम सेन्रियू संग्रह माना है । उक्त संग्रह में पहली बार सेन्रियू के संदर्भ में कवि के द्वारा विशद् व्याख्या व चर्चा की गयी है । हिन्दी में हाइकु एवं सेन्रियू के पृथक्कीकरण का प्रथम उद्घोष “रूढ़ियों के आकाश” संग्रह से होने के कारण यह पुस्तक हिन्दी हाइकु व सेन्रियू के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होती है ।
रूढ़ियों का आकाश (सेन्रियू संग्रह)
Pradeep kumar Dash “Deepak”
● Rudhiyo ka aakash ( रुढ़ियों का आकाश)
First senryu book of Hindi [2003]
● Publisher : Mandavi prakashan gajiabad (U.P.)
● Price : ₹ 51
(पुस्तक उपलब्ध 50 प्रति)
टीप- पुस्तक, पुस्तक स्वामी द्वारा भारतीय डाक सेवो के स्पीड़ पोस्ट द्वारा भेजी जावेगी ।