मध्यम वर्ग यह यक्ष प्रश्न पूछता रहता है, किंतु किससे?स्वयं से और व्याख्या भी करता है…
Tag: डॉ. अर्जुन दुबे
आज कल की चर्चा-डॉ. अर्जुन दूबे
घोषणाएं, छद्म घोषणाएं, बढ़ा चढ़ा कर घोषणाएं, जाति, धर्म, क्षेत्र और भाषा आदि के आधार पर…
व्यंग: क्या करे क्या न करें-डा.अर्जुन दूबे
व्यंग: क्या करे क्या न करें -डा.अर्जुन दूबे 1.कल के युग में क्या करें? मुझे कुछ…
व्यंग: बातों-बातों में-डा.अर्जुन दूबे
आज रूस जिस तरह से यूक्रेन से युद्ध कर रहा है, मुझे इतिहास के पन्नों में…
समसमायिक विषय पर व्यंग रचनाएँ-डॉ. अर्जुन दूबे
क्या पहने, क्या नहीं; कैसे पहने, क्यों पहने! हम लोग स्कूल, कालेज और विश्वविद्यालय में पढ़े,…
एक साहित्यिक चर्चा: अविश्वसनीयता का विसर्जन-डा.अर्जुन दूबे
रंग मंच पर अभिनय के क्षेत्र में, नाटकों में, सिनेमा सदृश अन्य विधाओं में, साहित्य के…
व्यंग्य: ठेठ बातें-प्रो. अर्जुन दूबे
मानव बनाम स्थान, नाम, रंग, भाषा, धर्म, सर्वशक्तिमान, आवरण और उसके औजार । मानव बनाम कितने?…
व्यंग्य: किसे मैं याद करूं ? -डॉ. अर्जुन दुबे
आदि कवि वाल्मीकि जी तमसा नदी में स्नान कर रहे थे; क्रौंच युगल नर मादा क्रीड़ा…
व्यंग्य: परिधान की भाषा-डॉ. अर्जुन दुबे
क्या कहते हो, परिधान की भी भाषा होती है? किसकी भाषा नहीं होती है! भाषा ही…