छत्‍तीसगढ़ी बाल कविता: चल ना खेले ला जाबो-रमेश चौहान

छत्‍तीसगढ़ी बाल कविता: चल ना खेले ला जाबो-रमेश चौहान चल ना रे खेले ला जाबो ।…

नीति के दोहा-दोहा पचासा

नीति के दोहा नई होय छोटे बड़े, जग के कोनो काम । जेमा जेखर लगे मन,…

मातृ-पितृ पूजन दिवस पर विशेष : कविता-छंदमाला

मातृ-पितृ पूजन दिवस पर विशेष : कविता-छंदमाला सीख सनातन धर्म का, मातु पिता भगवान । जग…

चर्पटपंजारिका स्‍त्रोत हिन्‍दी में (लावणी छंद)-रमेश चौहान (charpat-panjarika-hindi-me)

हिन्‍दी में चर्पट पंजारिका स्‍त्रोत-आदि शंकराचार्य रचित चर्पट पंचारिका स्‍त्रोत 'भज गोविन्‍द भज गोविन्‍द मूढ़ मते'…

रस छंद और अलंकार का उदाहरण छत्‍तीसगढ़ी में

रस छंद और अलंकार का उदाहरण छत्‍तीसगढ़ी में एकेठन छंद सार छंद के एकेठन कविता ये…

कोराना ऊँपर छंद कविता-रमेश चौहान

कोराना ऊँपर छंद कविता - ये कोरोना रोग, लॉकडाउन ला लाये । रोजी-रोटी काम, हाथ ले…

छंद एवं छंद के अंग (Chhand aur chhand ke ang) Chhand in Hindi

छंद एवं छंद के अंग सामान्यतः वर्ण और मात्राओं के उपयोग से कविताओं में गेयता के…