आज़ादी के अमृत महोत्सव के परिप्रेक्ष्य में अपनी मिटटी, लोक, जलवायु, संस्कृति, साहित्य और कलाओं की…
Tag: आलेख महोत्सव
आलेख महोत्सव
आलेख महोत्सव
स्नेही साहित्यकार,
बंधु/भगनी
सादर वंदे
“आजादी का अमृत महोत्सव’ की इस बेला में “सुरता: साहित्य की धरोहर’ (www.surta.in) वेब पोर्टल पर “आलेख महोत्सव” आयोजित करने जा रही है, जिसमें 75 आलेख प्रकाशित किया जाना है । यह सर्वविदित सत्य है कि साहित्य समाज का पथ प्रदर्शक होता है। इस हेतु आपसे सहयोग की अपेक्षा है । आप इस आलेख महोत्सव में अपना एक आलेख प्रेषित करें, ऐसा आग्रह है ।
आप से सविनय निवेदन है कि आजादी के इस 75वें वर्ष में अपनी साहित्यिक सहभागिता से इस अवसर को “सुरता-धरोहर” बनाने में सहयोग प्रदान करें ।
इस “आलेख महोत्सव” के कुछ विषय वस्तु निम्नवत रेखांकित किए जा रहे हैं यद्यपि आप अपने आलेख का शीर्षक देने के लिए स्वतंत्र है-
“आलेख महोत्सव” के कुछ विषय वस्तु-
1.भारत का गौरवमयी इतिहास
2. भारत का उज्जवल भविष्य
3. राष्ट्रीय एकता के साधक तत्व
4. राष्ट्रीय एकता के बाधक तत्व
5. राष्ट्रीय एकता का मूल -कर्तव्य पालन
6. भारतीय संस्कृति- राष्ट्रीय एकता का स्रोत
7. राष्ट्र विकास में एक व्यक्ति का योगदान
8. 21वी सदी के राष्ट्रीय विचारक साहित्यकार
9. राष्ट्रीय कर्तव्य ही राष्ट्रभक्ति है
10. आत्मनिर्भर भारत-भारत का उज्जवल भविष्य
उपरोक्त विषय वस्तु के आधार पर राष्ट्रीय एकता, राष्ट्रप्रेम, राष्ट्र विकास परक आलेख आपसे सादर अपेक्षित है।
आग्रह-
इसके लिए आपसे आग्रह है कि-
1. आलेख आपका मौलिक हो।
2. आलेख कम से कम 1000 शब्द सीमा में हो अधिक के लिए आप स्वतंत्र हैं।
3. आलेख का संदर्भ एवं स्रोत अपेक्षित है ।
4. आलेख को टाईप प्रति (word file) में ही भेजना होगा ।
5. स्वयं का छायाचित्र भेजना आवश्यक है साथ ही अपने आलेख से संबंधित चित्र भी सम्मिलित कर सकते हैं।
6. अपना आलेख rkdevendra4@gmail.com पर मेल करना है।
समय सीमा-
26 जनवरी 2023 तक ।
निवेदक
रमेश चौहान
संपादक, सुरता साहित्य की धरोहर
आलेख महोत्सव: 24. यथा प्रजा तथा राजा
'यथा राजा तथा प्रजा' यह लोकोक्ति आपने सुनी ही होगी । किन्तु मैं कह रहा हूँ…
आलेख महोत्सव: 23. अक्षुण्ण रहे हमारी स्वतंत्रता
आजादी के अमृत महोत्सव पर समूचा देश गौरव की अनुभूति कर रहा है। देश भक्ति की…
आलेख महोत्सव: 22.स्वतंत्रता का अमृत पान
स्वतंत्रता क्या अमृत है? अमृत एक ऐसा पेय है जिसके पीने मात्र से ही अमरत्व मिल…
आलेख महोत्सव: 21. आजादी के 75 वर्षो के बाद क्या खोया? क्या पाया?
15 अगस्त 1947 जब नियति से भारत साक्षात्कार हुआ जब 200 वर्षो की गुलामी से देश…
आलेख महोत्सव: 20. आज का भारत-कन्हैया लाल बारले
भारत एक सशक्त एवं समृद्ध राष्ट्र है। राष्ट्र एक शाश्वत अवधारणा है। पंडित जवाहर लाल नेहरू…
आलेख महोत्सव: 19. आज़ादी के अमृत महोत्सव में राष्ट्र स्वरुप : चिंतन-मंथन -डॉ अलका सिंह
विजय और विकास पथ पर बढ़ते हुये 15 अगस्त 2022 को हम आज़ादी के अमृत महोत्सव…
आलेख महोत्सव: 18. राष्ट्रीय एकता के बाधक तत्व-अनिता चन्द्राकर
कोई भी देश भूमि से नहीं बनता बल्कि किसी निश्चित भू भाग में रहने वाले एक…
आलेख महोत्सव: 17. प्रजातंत्र बंदी है-श्रीमती शिरोमणि माथुर
विभिन्न नामों से विभिन्न स्थानों पर कई संगठन या लोग मनमानी कर रहे हैं, जिसने प्रजातंत्र…
आलेख महोत्सव: 16.राष्ट्र विकास में एक व्यक्ति का योगदान-सीमा यादव
राष्ट्र किसी भी समाज का वह व्यापक कर्णधार होता है. जिनसे समूचे समाज के नागरिकों का…