रासपंचाध्यायी रासलीला अध्‍याय-5. महारास

स्‍तुति /साेरठा/ व्रज रज चंदन भाल, यमुन कीच उबटन मलूँ । जहॉं यशोदा लाल, महारास जो…

रासपंचाध्यायी रासलीला अध्‍याय-4. विहल गोपियों के मध्‍य श्रीकृष्‍ण का प्रकट होना

श्री शुकदेवजी बोले, परीक्षित सुनो कथा । व्रज गोपियों की ये, विरह पीर की व्‍यथा ।।1।…

रासपंचाध्यायी रासलीला अध्‍याय-3. गोपिका गीत

कनकमंजरी छंद में रचित इस गोपिकागीत का शिल्‍प की दृष्टि से दो विशेषता है एक प्रत्‍येक…

रासपंचाध्यायी रासलीला अध्‍याय-2 -रमेश चौहान

श्‍याम दृश्‍य हिन हुये अचानक । व्‍यथा दशा तब हुई भयानक ज्‍यों हथनी गजराज विहीना ।…

रासपंचाध्यायी रासलीला अध्‍याय-1 -रमेश चौहान

रास पंचाध्यायी अध्‍याय-1 रासलीला का आरम्‍भ-रमेश चौहान प्रथम पूज्य गणराज प्रभु, करुॅं वंदन कर जोर ।…