आयुर्वेद एवं योगासन से वजन कम करने के प्रमुख 10 उपाय (Top 10 ways to weight loss with Ayurveda and Yoga)

आयुर्वेद एवं योगााासन से वजन कम करने के प्रमुख 10 उपाय  (Top 10 ways to weight loss with  Ayurveda and Yoga)

आयुर्वेद एवं योगााासन से वजन कम करने के प्रमुख 10 उपाय  (Top 10 ways to weight loss with   Ayurveda and Yoga)
आयुर्वेद एवं योगााासन से वजन कम करने के प्रमुख 10 उपाय  (Top 10 ways to weight loss with  Ayurveda and Yoga)

आज के अनियमित एवं व्‍यस्‍त दिनचर्या में अनेक रोग मानव देह में अपना घर कर रहे हैं । इसमें मोटापा भी एक प्रमुख रोग है ।  मोटापा से कई जटिल समस्‍याएं उत्‍पन्‍न हो जाती है । अत- मोटापा शुरू होते ही इसको दूर करने के उपाय करने चाहिये ।  मोटापा प्राकृतिक असंतुलन के कारण उत्‍पन्‍न होता है इसलिये प्राकृतिक तरिके आयुर्वेद एवं योग से इसे नियंत्रित किया जा सकता है । प्रस्‍तुत है आयुर्वेद एवं योग से वजन कम करने के प्रमुख 10 उपाय  ( Top 10 ways to weight loss with  Ayurveda and Yoga )

वजन घटाना क्‍या है ? (What is weight loss?)-

जब कोई व्‍यक्ति भोजन करता है तो उस व्‍यक्ति को भोजन से प्राप्‍त कैलोरी ऊर्जा को अपने शरीर से खर्च करना होता है । यदि भोजन से ली गई ऊर्जा एवं शारीरिक संचालन के लिये खर्च की गई ऊर्जा अंसतुलित हो जाता है तो अतिरिक्‍त ऊर्जा शरीर में वसा के रूप एकत्रि हो जाता है । इसी अतिरिक्‍त ऊर्जा से मोटापा हो जाता है । जिससे कई शारीरिक जटिलताएं उत्‍पन्‍न हो जाती है । इसी स्थिति में अतिरिक्‍त ऊर्जा को खर्च करने के लिये किये गये उपाय को वजन घटाना कहते हैं । 

वजन कम करने की आवश्यकता कब है? (When is the need to weight loss?)-

किसी व्‍यक्ति की शारीरिक  ऊँचाई जितने इंच हो, उस व्‍यक्ति का शारीरिक वजन उतने ही किलोग्राम का होना चाहिये अथवा इसके आस-पास ही होना चाहिये । इससे कहीं अधिक वजन होने पर उस व्‍यक्ति को वजन कम करने की आवश्‍यकता है ।

  • उदाहरण के लिये मान लो किसी व्‍यक्ति की ऊँचाई 5 फीट 5 इंच है अर्थात कुल 65 इंच है तो उस व्‍यक्ति का स्‍वस्‍थ वजन 65 किलोग्राम होगा । यदि उस व्‍यक्ति का वजन 66-67 किलोग्राम है तो कुछ सीमा तक मान्‍य हैं किन्‍तु यदि उस व्‍यक्ति का वजन  66-67 किलोग्राम से अधिक हो तो उसे वजन कम करने की आवश्‍यकता है ।

बीएमआई फार्मुला से अपने वजन की जांच (Check your weight with BMI formula)-

बीएमआई (Body mass index) अर्थात शारीरिक वजन सूचक फार्मुला से हम जान सकते है की हमारे शरीर का वजन सही है अथवा नहीं । बीएमआई  ज्ञात करने के लिये शरीर की किलोग्राम वजन  में शरीर की मीटर में ऊँचाई के वर्ग से भाग देते हैं ।

  • 18.5 से 24.9 के मध्‍य बीएमआई आने पर वजन समान्‍य इससे कम आने पर अंडरवेट और इससे अधिक होने पर ओवरवेट होता है । 30 या 30 से अधिक बीएमआई होने पर मोटापा कहा जायेगा ।
  • यदि किसी व्‍यक्ति का वजन 70 किलोग्राम और ऊँचाई 5 फीट 5 इंच अर्थात 1. 651 मीटर  हो तो बीएमआई = 70/ (1.651)X(1.651)=70/2.7258= 25.68 इस प्रकार उस व्‍यक्ति का वजन लगभग समान्‍य है ।
  • बीएमआई ज्ञात करने की सुविधा आज कल एन्‍राइड मोबाइल के कर्कुलेटर पर  भी उपलब्‍ध होता है । वहाँ से आसानी से  इसे जाना जा सकता है ।

वजन बढ़ने या मोटाप होने के कारण (Due to over weight or obesity)-

शरीर में फालतू चर्बी का जमा होना ही मोटापा है । यही फालतू चर्बी ही अतिरिक्‍त वजन के रूप  में शरीर का वजन बढ़ा देता है । इसके दो कारण हैं-

  1.  आनुवांशिक अर्थात वंशागत ।
  2. भूख से अधिक खाना, शारीरिक श्रम नहीं करना अरामतलबी जीवन बिताना ।

अधिक वजन या मोटापे की जटिलताएं  (Complications of overweight or obesit)-

शरीर पर आवश्‍यकता से अधिक चर्बी जमा हो जाने से शरीर अधिक वजन का हो जाता है अर्थात मोटापा हो जाता है इस स्थिति में पेट, कूल्‍हा, कमर, नितम्‍ब मोटे हो जाते हैं, जिससे चलने-फिरने में कठिनाई होती है ।  इसके अतिरिक्‍त शरीर में कई जटिलताएं उत्‍पन्‍न होने लगती है जिसमें प्रमुख हैं-

  1. रक्‍तप्रवाह धीमा पड़ जाता है । इससे हृदय रोग होने की संभावना बढ़ जाती है ।
  2.  मोटापा से पाचन तंत्र बुरी तरह प्रभावित होने लगता है जिससे अपच एवं कब्‍ज की स्थिति पैदा हो जाती है ।
  3. डायबिटिज होने की संभावना अधिक हो जाती है ।
  4. रक्‍त संचार ठीक नहीं होने के कारण रोग-प्रतिरोधक शक्ति घट जाती है, जिससे हर समय संक्रामक रोग होनी की आशंका बनी रहती है । 

अधिक वजन या मोटापा से बचने के उपाय (Ways to avoid being overweight or obese)-

मोटापा दूर करने या इससे बचने के दो प्रमुख उपाय हैं –

  1. भोजन सुधार 
  2. शारीरिक श्रम

भोजन सुधार-

जिन भोज्‍य पदार्थ कार्बोहाड्रेट और वसा की मात्रा अधिक होती है, उससे चर्बी अधिक जमा होती है । इसलिये ऐसे पदार्थो के सेवन से बचना चाहिये । आयुर्वेद के अनुसार मोटापा से बचने के लिये या इसे नियंत्रित करने के लिये निम्‍न उपाय किये जाने चाहिये –

वजन कम करने के लिये डाइट (wieght loss diet)-

  • जिन भोज्‍य पदार्थ कार्बोहाड्रेट और वसा की मात्रा अधिक होती है, उससे चर्बी अधिक जमा होती है । इसलिये ऐसे पदार्थो के सेवन से बचना चाहिये ।
  • आलू, शकरकंद और शक्‍कर से बनी चीजों का कम से कम प्रयोग करें ।
  •  प्रात:काल उठकर सबसे पहले कुनकुने पानी में कागजी नीबूं निचोड़कर उसमें दो चम्‍मच शुद्ध शहद मिलाकर पीना चाहिये ।
  • नाश्‍तें में रसदार फल या मक्‍खन निकला हुआ मट्ठा पीना चाहिये ।
  • दोपहर के भोजन में  जौ की आटे की रोटी, उबली सब्‍जी, कच्‍चा सलाद और सूप लेना चाहिये ।
  • रात में भोजन में हरी उबली सब्‍जी और जौ की आटे की रोटी लेना चाहिये ।
  •  विशेष ध्‍यान रखें कि भोजन के तत्‍काल बाद पानी कभी न पीयें ।

शारीरिक श्रम-

शरीर की शिथिलता और आरामपरस्‍ती शरीर में अतिरिक्‍त चर्बी इक्‍ठ्ठा करने का सबसे बड़ा कारण है इसलिये शरीर संचालन आवश्‍यक है ।

वजन कम करने के टिप्‍स -(wieght loss tips)-

  • सुबह जल्‍दी उठें और शौच के पश्‍चात 3-4 किमी  अवश्‍य टहलें ।
  • घर के छोटे-मोटे काम को स्‍वयं करें ।
  • क्रोध, चिन्‍ता और शोक से बचें ।

वजन कम करने के आयुर्वेदिक उपाय (Ayurvedic remedy to weight loss)-

मोटापा घटाने के लिए लोग अलग-अलग प्राकार के डाइटप्‍लान आजमाते हैं । कई लोग वर्कआउट में जमकर पसीना बहाते हैं । किन्‍तु कुछ लोग वजन कम करने सफल होते हैं तो कुछ लोगों पर कोई प्रभाव नहीं दिखता ।  किन्‍तु आयुर्वेदिक उपाय वजन कम करने, मोटापा घटाने में विशेष कारगरर पाया जा रहा है ।

1.नींबू-शहद पानी से वजन कम करना (Weight loss with lemon-honey water)-

सुबह खाली पेट एक गिलास पानी में कागजी नीबूं निचोड़कर उसमें दो चम्‍मच शुद्ध शहद मिलाकर पीना चाहिये । इसके नियमित सेवन से वजन घटता है । यदि इसमें चुटकी भर कालीमिर्च मिलाकर पीया जाये तो यह चर्बी को जला कर मोटपा कम करने में विशेष सहायक है ।

2.गर्म पानी से वजन कम करना (Weight loss with hot water)-

आयुर्वेद के अनुसार, सुबह उठने के बाद  सबसे पहले गर्म पानी पीना चाहिये । गर्म पानी पीने से शरीर के तापमान में कुछ वृद्धि होती है जिससे चयापचय की क्रिया बेहरत हो जाती है। यह अतिरिक्‍त चर्बी को कम करके वजन कम करता है ।

3. त्रिफला चूर्णसे वजन कम करना (Weight loss with triphala powder)-

त्रिफला विषाक्‍त पदार्थ को नष्‍ट कर पाचन क्रिया को सुदृढ बनाता है । इसके सेवन से अतिरिक्‍त वसा को नष्‍ट किया जा सकता है । एक चम्‍मच त्रिफला चूर्ण का नियमित सेवन वजन घटाने में विशेष सहायक है । यदि त्रिफला चूर्ण को एक गिलास पानी के साथ उबाल कर पीयें तो शीघ्र लाभ देखा गया है ।

4.मेथी  से वजन कम करना ( Weight loss with fenugreek)

मेथी फाइबर का एक अच्‍छा स्रोत है । यह एक एंटीआक्‍सीडेंट है जो चयापचय में मदद करता है । इसे प्रतिदिन सुबह खाली पेट लेना चाहिये । इसे लेने के लिये रात में कुछ मेथी पानी में भींगा दें, इस पानी को ही सुबह पी जायें और मेथी को लें । इसे लेना का दूसरा तरीका यह हो सकता है कि आप मेथी का चूर्ण बना लें और चूर्ण को प्रतिदिन सुबह सेवन करें ।

5. पुदीना से वजन कम करना  (Weight loss with peppermint)

पुदीना भूख पर अंकुश लगता है । यह चयापचय के बहुत ही उपयोगी है । पुदीना का नियमित उपयोग वजन कम कर सकता है और  मोटापा को भी घटा सकता है  पुदीने का उपयोग आप अपने रूचि के अनुसार पत्‍ती की चटनी या रस के रूप में कर सकते हैं । पुदीना का सेवन भोजन के आधे घंटे पश्‍चात ज्‍यादा लाभकारी है ।

6. आंवला से वजन कम करना (Weight loss with amla)-

आवंला विटामीन-सी का एक अच्‍छा स्रोत है,यह एक उत्तम एंटी-ओक्सीडेंट है। यह शरीर से विषाक्त तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है। यह अतिरिक्‍त वसा को शीघ्रता से नष्‍ट करने में सक्षम है । आंवले का प्रयोग आचार के रूप में कर सकते हैं अथवा सूखे आंवले को चूसा भी जा सकता है ।

7.जीरा, धनिया, अजवायन और सौंफ के मिश्रण से वजन कम करना (Weight loss with a mixture of cumin, coriander, parsley and fenne)-

जीरा, धनिया, अजवायन और सौंफ के मिश्रण को पानी के साथ उबाल कर चाय जैसे घूँट-घूँट कर पीने से वजन घटाने में विशेष लाभ होता है ।

8.त्रिफला, गुग्गुल व मैदोहर वटी से वजन कम करना (Weight loss with Triphala, Guggul and Maidohar Vat) –

भोजन के बाद त्रिफला, गुग्गुल व मैदोहर वटी की 2-2 गोली लेकर पीस कर शहद में मिलाकर गुनगुने पानी के साथ सेवन करने से वजन में कमी आता है ।

9.इलायची से वजन कम करना (Weight loss with cardamo)-

इलायची पोटेशियम, मैग्नेशियम, विटामिन बी1, बी6,  और विटामिन सी  का अच्‍छा स्रोत है ।  रात में सोते समय दो इलायची खाकर गर्म पानी पीने से वजन कम करने में सहायता मिलती है।

10.अश्वगन्धा से वजन कम करना (Weight loss with Ashwagandh) –

अश्वगन्धा शरीर में कोर्सिटोल के लेवल को कम करता है, जिसके अधिक मात्रा में बनने से भूख अधिक लगती है । सुबह खाली पेट अश्‍वगंधा के पत्‍तों को पिसकर गर्म पानी के साथ सेवन करने से वजन कम करने में लाभ होता है ।

योगासन से वजन कम करने का उपाय (Remedy to Weight loss with yoga)-

आयुर्वेद उपाय के साथ-साथ यदि योगासन किये जायें तो यह वजन कम करने काफी कारगर होता है । वजन कम करने या मोटापा से छुटकारा पाने के लिये मुख्‍य रूप निम्‍न योगासन विशेष लाभकारी हैं-

1. सूर्यनमस्‍कार से वजन कम करना (Weight loss with Suryanamaskar)-

सूर्यनमस्‍कार का अध्‍यात्मिक एवं वैज्ञानिक दोनों महत्‍व है दोनों ही दृष्टिकोण से सूर्य ऊर्जा का प्रमुख स्रोत है । योग या व्‍यायाम की दृष्टिकोण से यह 12 आसनों का समूह होने के कारण विशेष लाभकारी है । सूर्यनमस्‍कार को सूर्योदय के ठीक पहले या सूर्योदय के समय करने से विशेष लाभ होता है । क्‍योंकि इस समय सूर्य का प्रथम किरण शरीर पर पड़ता है । सूर्य नमस्‍कार को 12 चरणों में इस प्रकार करना चाहिये-

सूर्यनमस्‍कार से वजन कम करना (Weight loss with Suryanamaskar)
सूर्यनमस्‍कार से वजन कम करना (Weight loss with Suryanamaskar)

1. प्रणामासन-

इस आसन में दोनों पंजो को आपस में जोड़कर सूर्य की ओर मुख करके खड़ा होते हैं और दोनों हथेलियों को सीने के पास रख कर प्रणाम की मुद्रा में जोड़ते हैं ।

2. हस्‍तउत्‍तासन-

इस स्थिति में पहली स्थिति से आगे बढ़ते हुये दोनों हाथ को प्रणाम की मुद्रा में ही रखते हुये सिर से होते हुये यथा संभव पीछे जे जाते हैं ।

3.पादहस्‍तासन-

दूसरी स्थिति को नियमित रखते हुये अब दोनों हाथों नीचे पैर की ओर धीरे-धीरे झुकाते हैं, जितना झुका जा सके और प्रयास करते हैं सिर को घुटनों से लगाये इस समय हाथों से पैरों को पकड़ लेते हैं ।

4. अश्‍व संचालासन-

तीसरे स्थिति से बढ़ते हुये दोनों हथेली को जमीन पर टिका कर दोनों पैरों को पीछे ले जाते हैं और चौपायें की तरह शरीर को तनाव स्थिति में में रखते हैं अब पहले बाये पैर को दोनों हथेलियों के बीच रखने का प्रयास करते हैं । ऐसा करते समय सिर ऊपर की उठा हुआ होना चाहिये ।

5.दण्‍डासन-

चौथे स्थिति से आगे करते हुये दोनों हथेलियों के बीच में लाये गये पैर को पीछे ले जाते और पंजो और हथेलियों की सहायता से शरीर दण्‍ड़वत खींच कर रखते हैं ।

6.अष्‍टांग नमस्‍कार-

इस स्थिति में पैर ऊंगलियों, घुटनों, सीने और माथे को जमीन से टिके कर खते हैं और श्‍वास को रोक कर रखते हैं । इस स्थिति में ध्‍यान देने योग्‍य बात है कि कमर और पेट का हिस्‍ता जमीन के संपर्क में न हो ।

7.भुजांगसन-

पिछली स्थिति से दोनों हथेलियों को जमीन पर टिकाये रखते हुये पूरे शरीर को स्‍पर्श कराते हुये हथेलियों के बल उठााते हैं । सिर को यथासंभ पीछे ले जाते हैं ।

8.पर्वतासन-

इस स्थिति में दोनों पंजों को जमीन पर बराबर रखते हुये , हथेलियों से जमीन पर बल लगाते हुये शरीर को इस प्रकार की स्थिति में लाते हैं कि कुल्‍हा और कमर का भाग ऊपर उठा हुआ हो और सिर नीचे जमीन के संपर्क में

9. अश्‍व संचालासन-

यह स्थिति चौथे स्थिति की पुनराव़ृत्ति होती है ।

10.पादहस्‍तासन-

यह स्थिति तीसरे स्थिति की पुनरावृत्ति होती है ।

11. हस्‍तउत्‍तासन-

यह स्थिति दूसरे स्थिति की पुनरावृत्ति होती है ।

12. प्रणामासान-

यह पहली स्थिति की पुनारावृत्ति होती है ।

2. त्रिकोण आसन से वजन कम करना (Weight loss with trikonasan)-

त्रिकोण आसन से शरीर के अतिरिक्‍त चर्बी को नष्‍ट किया जा सकता है । इस आसन से शरीर सुडौल किया जा सकता है ।  इस आसन को करने के लिये  निम्‍न स्थितियों का पालन किया जाना चाहिये-

  1. सबसे पहले दोनों पंजो को आपस जोड़ते हुये खड़े हो जायें इस स्थिति में दोनों हाथ सीधे जांघों स्‍पर्श करता हो ।
  2. इस स्थिति में दोनों पैरों फैला कर लगभग 2-3 फीट का फासला बना लेते हैं और दोनों हाथों कंधे के सीख में जमीन के समांतर रखते हैं, इस स्थिति में ह‍थेलियां जमीन की ओर खुली होनी चाहिये ।
  3. अब दायें हाथ की स्थिति को बदलते हुये कान की ओर ले जाते हुये बायीं ओर यथा संभव झुकेते हैं । धीरे-धरी यह स्थिति बनाते हैं कि बाया हाथ घुटने को दाया हाथ कान के संपर्क में हो और शरीर बाई ओर झुका हुआ हो ।
  4.  इस स्थिति से धीरे-धरे समान्‍य होते हुये दूसरी स्थिति में लौट आते हैं जिसमें दोनों पैर फैला हुआ और दोनों हाथ कंधो के बराबर जमीन के समान्‍तर होता है ।
  5. अब इस क्रिया दूसरी दिशा में करते हैं अर्थात बाये हाथ कान से लगाते हुये दायीं ओर झुकते हैं ।
  6. पुन: धीरे-धरीे समान्‍य होते हुये दूसरी स्थिति में आते हैं ।
  7. अब दोनों पंजों को आपस जोड़ कर कंधो के बराबर ऊठे हुये हाथ को धीरे-धीरे नीचे लेकर आते हैं

3. भुजंग आसन से वजन कम करना (Weight loss with bhujang asana) –

भुजंग आसन से वजन कम करना (Weight loss with bhujang asana)
भुजंग आसन से वजन कम करना (Weight loss with bhujang asana)

भुजंग आसन पाचन तंत्र में सुधार होता है । इससे कब्‍ज और गैस्टिक की समस्‍या को नियंत्रित किया जा सकता है । यह शरीर के अतिरिक्‍त चर्बी को जला कर वजन कम करता है । इसे निम्‍न प्रकार से किया जा सकता है –

  1. सबसे पहले पैरों को फैलाकर पेट बल इस प्रकार लेटें कि दोनों कुहनियां दोनों ओर की पसलियों से सटी हो अब ठुडी को जमीन से सटा लें ।
  2. अब धीरे-धीरे क्रमश: सीर को, छाती को और पेट को ऊठाये ऐसा करते समय कमर और पैर जमीन से सटा हुआ हो, गर्दन ऊठा हुआ पीठ  की ओर खींचा हुआ हो ।
  3. अब  गर्दन को झुकाते पहली की स्थिति में वापस आयें । इस क्रिया को यदासंभव दुहरायें ।

इसे भी देखें-

आरोग्य रहने के लिये आहार विज्ञान से परिचित होना आवश्‍यक है

ज्‍योतिष एवं आयुर्वेद में अंत:संबंध

Loading

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *