
प्रेम का अखिल बन
प्रेम का अखिल बन
मेरे दिल ताज का तू दिल बन
कभी अपनी धड़कन की महफिल बन
सब तेरी राहों में होंगे
प्रेम का तू कोई अखिल बन
वो फसानों का क्या रखा है
खुद का हमसफर मंजिल खुद की बन
बाहर से नहीं बल्कि अंदर से
दिल गीता कुरान बाइबिल बंद
दोस्ती करके देखिए
दोस्ती करके देखिए
खुद से जरा दोस्ती करके देखिए
जिंदगी की बंदगी करके देखिए
सुकून हासिल करना है तुम्हें
हर पल आसमान की ओर करके देखिए
महकने लगेगी तुम्हारी दुनिया
जरा नैनो को शराबी बना कर देखिए
तुम्हारी मुस्कान हंसेगी
दिल की गुलामी कीजिए
तन का मैल यूं ही धुल जाएगा
मन वो चमेली जैसा सुंदर करके देखिए
पराई है जिन्दगी
पराई है जिंदगी
थोड़ी सी अपनी थोड़ी सी पराई है जिंदगी
कभी इम्तिहान लेती है कभी लड़ाई है जिंदगी
जिंदगी तुमने मेरे लिए गीत गाया है
चौराहों का सफर था मेरा लेकिन
मेरी जिंदगी ने ताकत व मान बढ़ाया है
बेशक मेरी दुनिया तुमने बसाई है जिंदगी
बिजली सावन फूल क्या जीवन इन्हीं सबसे नहीं है
दर्द है जिंदगी दर्द की भी दवाई है जिंदगी
एक दिया जलाइए
एक दिया जलाइए
किसी का घर जलाकर आखिर क्या मिलेगा
जलाना है अगर तो एक दिया जलाइए
मकसद आदमियों का हो ना जाए जंगली
जरा सी आदमी वाली आदत बनाइए
हंसी अगर आती है हंस लेना
लेकिन हंसी को भी कभी तनिक हंसाइए
सचमुच अच्छा लगेगा साथियों
खुद से रूठिये खुद को मनाइए
जिन्दगी का होगा हल
जिंदगी का होगा हाल
पग पग में कांटे हैं यारों
जरा संभल संभल के चल
बस दुनियादारी छोड़
जिंदगी का होगा हल
तुम अकेले नहीं यहां
खुद साथ है हर पल
कीमत अपनी अपनी
आंसू हो या वो जल
नाम हुलास रख
नाम हुलास रख
अपनी जिंदगी का उपवास रख
प्रेम का फूल सदा अपने पास रख
दिल में जवानी लेकिन आंखों में
लाली गुलाबी पीली पलाश रख
यूं तो मुश्किलों का दौर है
यारों
हरदम तू सजलों की तलाश रख
चाहे गमों की भरमार हो
आएंगी खुशियां तू विश्वास रख
ताने दे या लोग कुछ भी बोले
हर वक्त तू अपना नाम हुलास रख
राख का संसार है
राख का संसार है
समझ लो जिंदगी आसान है
यहीं धरती और यही आकाश है
वही अपना सच्चा इतिहास लिखेंगे
जिनकी तूफानों से पहचान है
नेकी की राह में गुल खिलेगा
जान वतन ही मेरा भगवान है
तरह-तरह के इंसान है यहां
इंसानों को समझे वही इंसान है
ना गरीबों के ना अमीरों की
यारों राख का संसार है
चल सके तो चल लेकर तू कफन
कहीं भी जा अंत में श्मशान है
विषमताओं से लड़ रहा हरदम
मेरे प्रेम का गीत महान है
दिलों में मधुमास हो
दिलों में मधुमास हो
सब की जिंदगी खास हो
कोई ना हो जो उदास हो
रिश्तो में फूल खिलेगा
जरूर हमें विश्वास हो
जिंदादिली जरूर जगेगी
बस दिलों में मधुमास हो
जिंदगी की गठरी में सुख भी है दुख भी है
हर परिस्थिति में हम में उल्लास
हो
भीड़ बहुत है
भीड़ बहुत है
भीड़ बहुत है आज मैं मयखानों में
झूमेंगे लोग अब फिल्मी गानों में
देखो अमरत्व पाकर जवानियां
भटक रही है क्यों वीरानों में
जीवन ढलता जाएगा राही
नहीं मिलेगा कभी दुकानों में
लेकर चलेगा हौसलों की कश्ती
दूजा कहलाएगा वह तूफानों में
जन्नत तो दिल में होगी
क्यों ढूंढते हो उसे मकानों में
प्यार की बरसात कर
प्यार की बरसात कर
हमराह की बात कर
तो हर हाल में हमसे मुलाकात कर
धन दौलत पद शोहरत बहुत हुई
अब तो प्यार की बरसात कर
भरी जवानी में कब तलक लड़खड़ाओगे
घरों में अपनी जिंदगी की तलाश कर
कूप नगरी में तहखाना ही तहखाना दिखा
चलिए उजियारे की वहां तू शुरुआत कर



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